Deen Dayal SPARSH Yojana, भारतीय डाक विभाग की एक अनोखी योजना है, जिसका उद्देश्य स्कूली छात्रों में डाक टिकट संग्रह (Philately) के प्रति रुचि जगाना और इसे एक शैक्षिक उपकरण के रूप में बढ़ावा देना है। इस योजना के तहत, 6वीं से 9वीं कक्षा के छात्रों को छात्रवृत्ति प्रदान की जाती है। यह पहल न केवल छात्रों को आर्थिक सहायता प्रदान करती है, बल्कि उनके शौक को प्रोत्साहन देकर नई पीढ़ी को डाक टिकटों के माध्यम से इतिहास, संस्कृति और विज्ञान की जानकारी देती है।
योजना का विवरण
Deen Dayal SPARSH Yojana पूरे भारत में लागू की गई है और इसके तहत हर साल 920 छात्रवृत्तियां प्रदान की जाती हैं। प्रत्येक डाक सर्कल (Postal Circle) में 40 छात्रों को यह लाभ मिलता है। कक्षा 6वीं, 7वीं, 8वीं और 9वीं के लिए प्रत्येक से 10 छात्रों का चयन किया जाता है।
डाक टिकट संग्रह का महत्व
डाक टिकट संग्रह (Philately) केवल एक शौक नहीं है; यह इतिहास, भूगोल, विज्ञान और संस्कृति को समझने का एक अनूठा तरीका भी है। डाक टिकट हमें विभिन्न समयों, महत्वपूर्ण घटनाओं और व्यक्तित्वों की झलक देते हैं। Deen Dayal SPARSH Yojana इस शौक को शिक्षा और ज्ञानवर्धन के लिए प्रोत्साहित करती है।
छात्रवृत्ति की राशि और भुगतान प्रक्रिया
Deen Dayal SPARSH Yojana के तहत छात्रों को प्रति वर्ष ₹6,000 की छात्रवृत्ति प्रदान की जाती है। यह राशि ₹500 प्रति माह के हिसाब से दी जाती है।
भुगतान प्रक्रिया
- भुगतान IPPB (India Post Payments Bank) या POSB (Post Office Savings Bank) के माध्यम से किया जाता है।
- राशि तिमाही आधार पर ₹1,500 की किश्तों में छात्रों के खाते में स्थानांतरित की जाती है।
चयन प्रक्रिया
फिलेटली क्विज़
प्रत्येक डाक सर्कल फिलेटली क्विज़ आयोजित करता है, जिसमें छात्रों की जानकारी और रुचि का आकलन किया जाता है। क्विज़ के विषय मंडल स्तर पर अधिसूचित किए जाते हैं।
परियोजना कार्य
छात्रों को फिलेटली से संबंधित एक परियोजना कार्य प्रस्तुत करना होता है। इसका मूल्यांकन डाक अधिकारियों और अनुभवी फिलेटलिस्ट की एक समिति द्वारा किया जाता है।
अंतिम चयन
मूल्यांकन के आधार पर छात्रों को चयनित किया जाता है और उनकी सूची IPPB/POSB को छात्रवृत्ति भुगतान के लिए भेजी जाती है।
फिलेटली का इतिहास और महत्व
आप डाक टिकट संग्रह के इतिहास और उसकी संस्कृति के बारे में अधिक जानकारी दे सकते हैं। भारत में फिलेटली की शुरुआत कैसे हुई, और यह शौक किस प्रकार से देशभर में लोकप्रिय हुआ, इस पर प्रकाश डाल सकते हैं। उदाहरण के तौर पर, भारतीय डाक टिकटों में महात्मा गांधी, भारतीय स्वतंत्रता संग्राम, ऐतिहासिक स्मारकों, विज्ञान और कला से जुड़े विषयों को चित्रित किया गया है।
फिलेटली क्लब की भूमिका
आप यह विस्तार से बता सकते हैं कि स्कूलों में फिलेटली क्लब का गठन छात्रों को किस प्रकार से प्रेरित करता है। फिलेटली क्लब के महत्व, गतिविधियों और कार्यक्रमों पर प्रकाश डालते हुए यह बताया जा सकता है कि यह बच्चों को कैसे समूह में कार्य करने और एक साथ नई चीजें सीखने का अवसर प्रदान करता है।
फिलेटली मेंटर की भूमिका
प्रत्येक भाग लेने वाले स्कूल को एक फिलेटली मेंटर (Philately Mentor) प्रदान किया जाता है। ये मेंटर छात्रों को डाक टिकट संग्रह के बारे में मार्गदर्शन देते हैं।
मेंटर की ज़िम्मेदारी
- स्कूल स्तर पर फिलेटली क्लब का गठन करना।
- छात्रों को परियोजनाओं और अन्य गतिविधियों में मदद करना।
- डाक टिकट संग्रह की तकनीकों और तरीकों पर छात्रों को शिक्षित करना।
पात्रता मानदंड
Deen Dayal SPARSH Yojana का लाभ पाने के लिए छात्रों को निम्नलिखित मानदंडों को पूरा करना होगा:
- आवेदनकर्ता कक्षा 6वीं से 9वीं तक का नियमित छात्र हो।
- वह किसी मान्यता प्राप्त स्कूल में पढ़ाई कर रहा हो।
- स्कूल में फिलेटली क्लब हो और छात्र उसका सदस्य हो। यदि क्लब नहीं है, तो छात्र का अपना Philately Deposit Account होना चाहिए।
- हालिया परीक्षा में कम से कम 60% अंक प्राप्त किए हों।
- SC/ST छात्रों के लिए 5% की छूट दी गई है।
Deen Dayal SPARSH Yojana के लिए आवेदन प्रक्रिया
आवेदन के चरण
- फॉर्म डाउनलोड करें: Deen Dayal SPARSH Yojana के आवेदन फॉर्म को डाक विभाग की वेबसाइट से डाउनलोड करें।
- फॉर्म भरें: सभी आवश्यक विवरण दर्ज करें और जरूरी दस्तावेज़ संलग्न करें।
- फॉर्म जमा करें: भरे हुए फॉर्म को पंजीकृत डाक, स्पीड पोस्ट, या व्यक्तिगत रूप से संबंधित क्षेत्रीय प्रमुख के पास जमा करें।
- स्कूल की सहायता: स्कूल छात्रों की ओर से आवेदन जमा कर सकते हैं।
डाक टिकट संग्रह के फायदे
शिक्षा में योगदान
डाक टिकट संग्रह छात्रों को ऐतिहासिक घटनाओं, वैज्ञानिक आविष्कारों, और सांस्कृतिक धरोहरों के बारे में सीखने का एक अवसर प्रदान करता है।
शोध और विश्लेषण क्षमता
यह शौक छात्रों की शोध और विश्लेषण क्षमता को विकसित करता है।
धैर्य और संगठित सोच
डाक टिकट संग्रह में धैर्य और संगठित सोच की आवश्यकता होती है, जो छात्रों को जीवन में अनुशासन सिखाता है।
योजना का सामाजिक और शैक्षिक प्रभाव
Deen Dayal SPARSH Yojana न केवल छात्रों में शिक्षा के प्रति रुचि बढ़ाती है, बल्कि उन्हें राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर भारत की धरोहर को समझने में मदद करती है। यह योजना छात्रों को विभिन्न देशों और संस्कृतियों के बारे में भी जागरूक करती है।
निष्कर्ष
Deen Dayal SPARSH Yojana छात्रों के शैक्षिक और व्यक्तिगत विकास में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है। यह योजना न केवल छात्रों के शौक को बढ़ावा देती है, बल्कि उन्हें आर्थिक सहायता और ज्ञानवर्धन का अवसर भी प्रदान करती है। डाक टिकट संग्रह जैसे अनूठे शौक को प्रोत्साहन देकर यह योजना भारतीय डाक विभाग के प्रयासों को सफलतापूर्वक प्रस्तुत करती है।
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FAQs
Q.1: क्या Deen Dayal SPARSH Yojana केवल सरकारी स्कूलों के छात्रों के लिए है?
नहीं, यह योजना सभी मान्यता प्राप्त स्कूलों के छात्रों के लिए खुली है, चाहे वे सरकारी हो या निजी।
Q.2: छात्रवृत्ति के लिए आवेदन करने की अंतिम तिथि क्या होती है?
डाक विभाग द्वारा जारी अधिसूचना में आवेदन की अंतिम तिथि का उल्लेख किया जाता है।
Q.3: फिलेटली परियोजना का मूल्यांकन कैसे किया जाता है?
फिलेटली परियोजना का मूल्यांकन डाक अधिकारियों और अनुभवी फिलेटलिस्ट की एक समिति द्वारा किया जाता है।
Q.4: यदि स्कूल में फिलेटली क्लब नहीं है, तो क्या छात्र आवेदन कर सकता है?
हां, छात्र अपने व्यक्तिगत Philately Deposit Account का विवरण देकर आवेदन कर सकता है।
Q.5: क्या छात्रवृत्ति अगले वर्ष नवीकरणीय है?
हां, छात्र अगले वर्ष भी आवेदन कर सकता है, बशर्ते वह अन्य पात्रता मानदंडों को पूरा करता हो।
Q.6: क्या योजना केवल शहरी क्षेत्रों तक सीमित है?
नहीं, Deen Dayal SPARSH Yojana पूरे भारत में, ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों दोनों के छात्रों के लिए उपलब्ध है।